Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2019 · 1 min read

होली का रंग-बहनों के संग (कविता)

*होली का रंग
बहनों के संग*
********************
भाई को चिंतित देख,
होलिका वेदी चढ़ी।
ऐसा सच्चा प्रेम स्नेह ,
बहनों में दिखता आज भी।
माता-पिता भाई की,
आलोचना न कभी सुनती।
निभा रही ससुराल में,
सुन कर न चुप रहती।
हर कष्ट सहती हस हस,
इन नामों पर लड़ पड़ती।
टूट जाती सहनशक्ति,
आग से भी नहीं डरती।
खेल होली आग की,
होलिका सा दहन करती।
दहेज के झोंको से बचने,
जान देने नहीं जलती।
मायके की आन-बान,
जीवन का आधार जान।
कलंकित होते देख मान,
प्राण देना निश्चित ठान।
होली की होलिका को,
आदर्श अपना समझती।
*******************
राजेश कुमार कौरव सुमित्र

Language: Hindi
1 Like · 410 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all
You may also like:
हर लम्हे में
हर लम्हे में
Sangeeta Beniwal
*रोते बूढ़े कर रहे, यौवन के दिन याद ( कुंडलिया )*
*रोते बूढ़े कर रहे, यौवन के दिन याद ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
कल को छोड़कर
कल को छोड़कर
Meera Thakur
कितना आसान होता है किसी रिश्ते को बनाना
कितना आसान होता है किसी रिश्ते को बनाना
पूर्वार्थ
* कुछ लोग *
* कुछ लोग *
surenderpal vaidya
गुड़िया
गुड़िया
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तन्हा -तन्हा
तन्हा -तन्हा
Surinder blackpen
School ke bacho ko dusre shehar Matt bhejo
School ke bacho ko dusre shehar Matt bhejo
Tushar Jagawat
#व्यंग्य-
#व्यंग्य-
*प्रणय प्रभात*
जब सहने की लत लग जाए,
जब सहने की लत लग जाए,
शेखर सिंह
"सोचता हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
2477.पूर्णिका
2477.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
शीर्षक:-सुख तो बस हरजाई है।
शीर्षक:-सुख तो बस हरजाई है।
Pratibha Pandey
मनुष्य की पहचान अच्छी मिठी-मिठी बातों से नहीं , अच्छे कर्म स
मनुष्य की पहचान अच्छी मिठी-मिठी बातों से नहीं , अच्छे कर्म स
Raju Gajbhiye
एक हसीं ख्वाब
एक हसीं ख्वाब
Mamta Rani
मेहनती को, नाराज नही होने दूंगा।
मेहनती को, नाराज नही होने दूंगा।
पंकज कुमार कर्ण
परमपिता तेरी जय हो !
परमपिता तेरी जय हो !
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
बात तनिक ह हउवा जादा
बात तनिक ह हउवा जादा
Sarfaraz Ahmed Aasee
मैं यूं ही नहीं इतराता हूं।
मैं यूं ही नहीं इतराता हूं।
नेताम आर सी
इसलिए कठिनाईयों का खल मुझे न छल रहा।
इसलिए कठिनाईयों का खल मुझे न छल रहा।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
A Departed Soul Can Never Come Again
A Departed Soul Can Never Come Again
Manisha Manjari
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
लक्ष्मी सिंह
क्या क्या बदले
क्या क्या बदले
Rekha Drolia
चिंगारी
चिंगारी
Dr. Mahesh Kumawat
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
किस दौड़ का हिस्सा बनाना चाहते हो।
किस दौड़ का हिस्सा बनाना चाहते हो।
Sanjay ' शून्य'
बुंदेली दोहे- ततइया (बर्र)
बुंदेली दोहे- ततइया (बर्र)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
आभा पंखी से बढ़ी ,
आभा पंखी से बढ़ी ,
Rashmi Sanjay
Loading...