होली आई खूब रंग बरसे
** होली आई खूब रंग बरसे **
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होली आई है खूब रंग बरसे,
खुशी छाई है खूब रंग बरसे।
मस्तों की आई बन कर टोली,
भीगे चुनरवाली खूब रंग बरसे।
इन्द्रधनुषी रंग अंबर में हैं छाए,
हो रही है धुलाई खूब रंग बरसे।
रिस्ते नाते प्रेम डोरी में बाँधती,
खेलें संग भोजाई खूब रंग बरसे।
हिन्दू,मुस्लिम और सिख ,ईसाई,
करते हैं रंग रंगाई खूब रंग बरसे।
माह फगुम फ़ाग में गुलाल उड़ाए,
कली है मुस्कराई खूब रंग बरसे।
रंग बिरंगे रंगों में चेहरे रंग जाते,
होती नहैं सुनवाई खूब रंग बरसे।
बालम जिनके हैं परदेश पधारे,
सीने आग लगाई खूब रंग बरसे।
मन में पुलकित पंख खिल जाते,
देता हुड़दंग सुनाई खूब रंग बरसे।
मनसीरत अंग अंग रंग में भीगा,
तन में धूम मचाई खूब रंग बरसे।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)