Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Nov 2020 · 1 min read

होता समय बहुत बलवान

होता समय बड़ा बलवान…. (कविता)

रखना मानव इसका ध्यान
होता समय बहुत बलवान
रहता यह जब जिसके पास
वह ही उस पल होता खास
चतुर्दिशा में इससे सबने
पाया वैभव यश,सम्मान
होता समय बड़ा बलवान…

अगर समय का नहीं है साथ
खाली ही रहता है फिर हाथ
करो भले तुम कितने ही काम
मिलता इच्छित नहीं परिणाम
होता जब यह है अनुकूल
बन जाते सब ही धनवान
होता समय बहुत बलवान….

कोई नहीं यहाँ पर बलशाली
कहाँ गये रावण, कुंभ, बाली
देता सबको इतिहास है सीख
समय मंगाता सबसे ही भीख
लड़ते जो भी अड़ करके
करता चूर- चूर अभिमान
होता समय बड़ा बलवान…..

देव- दनुज सब ही अनुकूल
चल मत मानव तू प्रतिकूल
समझ समय अब भी है शेष
बदल नही तू लालचवश वेष
आपाधापी की दुनियां में
बनी रहे जीवित पहचान
होता समय बड़ा बलवान…

डाॅ. राजेन्द्र सिंह राही
9918779472
दिनांक 19-11-2020

Language: Hindi
1 Comment · 269 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ओम के दोहे
ओम के दोहे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
बहुत कुछ पढ़ लिया तो क्या ऋचाएं पढ़ के देखो।
बहुत कुछ पढ़ लिया तो क्या ऋचाएं पढ़ के देखो।
सत्य कुमार प्रेमी
गुरु नानक देव जी --
गुरु नानक देव जी --
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मायूस ज़िंदगी
मायूस ज़िंदगी
Ram Babu Mandal
रात में कर देते हैं वे भी अंधेरा
रात में कर देते हैं वे भी अंधेरा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दोहे
दोहे
डॉक्टर रागिनी
सदपुरुष अपना कर्तव्य समझकर कर्म करता है और मूर्ख उसे अपना अध
सदपुरुष अपना कर्तव्य समझकर कर्म करता है और मूर्ख उसे अपना अध
Sanjay ' शून्य'
"प्लेटो ने कहा था"
Dr. Kishan tandon kranti
राजस्थान में का बा
राजस्थान में का बा
gurudeenverma198
मां का हृदय
मां का हृदय
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
Shubham Pandey (S P)
पर्वत 🏔️⛰️
पर्वत 🏔️⛰️
डॉ० रोहित कौशिक
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko...!
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko...!
Srishty Bansal
"बेटी और बेटा"
Ekta chitrangini
बाजारवाद
बाजारवाद
Punam Pande
ज़िदगी के फ़लसफ़े
ज़िदगी के फ़लसफ़े
Shyam Sundar Subramanian
कुछ बात थी
कुछ बात थी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मुझे याद आता है मेरा गांव
मुझे याद आता है मेरा गांव
Adarsh Awasthi
राष्ट्र निर्माता शिक्षक
राष्ट्र निर्माता शिक्षक
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
2275.
2275.
Dr.Khedu Bharti
Just lost in a dilemma when the abscisic acid of negativity
Just lost in a dilemma when the abscisic acid of negativity
Sukoon
Loneliness in holi
Loneliness in holi
Ankita Patel
हमें अलग हो जाना चाहिए
हमें अलग हो जाना चाहिए
Shekhar Chandra Mitra
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
*उनकी है शुभकामना,मेरा बंटाधार (हास्य कुंडलिया)*
*उनकी है शुभकामना,मेरा बंटाधार (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सोच का आईना
सोच का आईना
Dr fauzia Naseem shad
बचपन
बचपन
लक्ष्मी सिंह
प्रेस कांफ्रेंस
प्रेस कांफ्रेंस
Harish Chandra Pande
ये मतलबी दुनिया है साहब,
ये मतलबी दुनिया है साहब,
Umender kumar
चंद्रयान 3
चंद्रयान 3
Dr.Priya Soni Khare
Loading...