Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Oct 2024 · 1 min read

*होठ नहीं नशीले जाम है*

होठ नहीं नशीले जाम है
***********************

पी लेने दो गुलाबी होठों को,
ये होठ नहीं नशीले जाम हैँ।

मिलते हैँ नसीबों वालो को,
इनका नहीं कोई भी दाम है।

खोया हूँ मै इनकी कुर्बत में,
बाकी नहीं बकाया काम है।

जिंदगी से कोसों दूर हुआ,
लबों पे सदा उनका नाम है।

मनसीरत मन फिरंगी हुआ,
सुंदर नगरी प्रेम का धाम है।
***********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेडी राओ वाली (कैथल)

31 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इश्क बेहिसाब कीजिए
इश्क बेहिसाब कीजिए
साहित्य गौरव
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
عيشُ عشرت کے مکاں
عيشُ عشرت کے مکاں
अरशद रसूल बदायूंनी
दूर देदो पास मत दो
दूर देदो पास मत दो
Ajad Mandori
Preschool Franchise in India - Alphabetz
Preschool Franchise in India - Alphabetz
Alphabetz
ग्रन्थ
ग्रन्थ
Satish Srijan
अनोखा देश है मेरा ,    अनोखी रीत है इसकी।
अनोखा देश है मेरा , अनोखी रीत है इसकी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
दोस्ती बहुत प्यारा और ऊँचा  रिश्ता है ,, सदैव इसकी गरिमा बना
दोस्ती बहुत प्यारा और ऊँचा रिश्ता है ,, सदैव इसकी गरिमा बना
Neelofar Khan
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
Swami Ganganiya
" सिला "
Dr. Kishan tandon kranti
"यादें और मैं"
Neeraj kumar Soni
जीवन
जीवन
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
पड़ोसी कह रहा था कि अगर उसका नाम
पड़ोसी कह रहा था कि अगर उसका नाम "मुथैया मुरलीधरन" होता, तो व
*प्रणय*
कितनी बेचैनियां
कितनी बेचैनियां
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
खाक में मिल जाएगा ये मिट्टी का बदन तेरा.......
खाक में मिल जाएगा ये मिट्टी का बदन तेरा.......
shabina. Naaz
माॅं
माॅं
Pt. Brajesh Kumar Nayak
आन-बान-शान हमारी हिंदी भाषा
आन-बान-शान हमारी हिंदी भाषा
Raju Gajbhiye
तोड़ दो सारी हदें तुम हुस्न से दीदार की ।
तोड़ दो सारी हदें तुम हुस्न से दीदार की ।
Phool gufran
भानू भी करता है नित नई शुरुवात,
भानू भी करता है नित नई शुरुवात,
पूर्वार्थ
In the midst of a snowstorm of desirous affection,
In the midst of a snowstorm of desirous affection,
Chaahat
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
Basant Bhagawan Roy
2985.*पूर्णिका*
2985.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#प्रेम_वियोग_एकस्वप्न
#प्रेम_वियोग_एकस्वप्न
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
मत भूल खुद को!
मत भूल खुद को!
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
रिश्ता निभाता है कोई
रिश्ता निभाता है कोई
Sunil Gupta
जय कालरात्रि माता
जय कालरात्रि माता
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
बिना चले गन्तव्य को,
बिना चले गन्तव्य को,
sushil sarna
इस क़दर उलझे हुए हैं अपनी नई ज़िंदगी से,
इस क़दर उलझे हुए हैं अपनी नई ज़िंदगी से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...