Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Oct 2021 · 1 min read

हैप्पी हैल्दी लाइफ

ताया ने सीख दी
अपने अंतिम समय मे,
सेहत का ख्याल रखना
धन संचित करना।
पहली पर फोकस नही
दूजी पर जुटा रहा,
माना ये कि पैसा सब कुछ
जी जान से लगा रहा।
प्रायः सभी धन अर्जन को
काम कहते औ काम पे जाते
प्राथमिकता देकर लगे रहते,
मिलेगा सब यदि ये हो तो
ऐसा सोचते ऐसा ही करते।
बाद इसके आता परिवार
इसी से हम हमारा फर्ज,
जरूरतें हो पूरी रखते ख्याल
हम और हमारे सभी यार।
दिन महीने साल बीत गये
उम्र बढी काया ढली बेख्याली में,
मेरे अपने मेरे सपने सयाने हो गये
सब बने खुद जिये तंगहाली मे।
प्राथमिकता होनी चाहिए
स्वयं दूजा परिवार काम तीजा,
मत समझो गलत स्वार्थी मुझे
खुद ठीक सब ठीक अच्छा नतीजा।
हल्का सात्विक भोजन जीने के लिए
न कि जीवन भोजन के लिए,
जल्दी सोना उठना और टहलना
ब्रम्ह मुहूर्त मे प्रभु सानिध्य मे रहना।
हैप्पी हैल्दी लाइफ को ये है करना
मानो बात तो ठीक फिर न कहना

स्वरचित मौलिक सर्वाधिकार सुरक्षित
?
अश्वनी कुमार जायसवाल कानपुर 9044134297

Language: Hindi
3 Likes · 197 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ashwani Kumar Jaiswal
View all
You may also like:
मुहब्बत की लिखावट में लिखा हर गुल का अफ़साना
मुहब्बत की लिखावट में लिखा हर गुल का अफ़साना
आर.एस. 'प्रीतम'
*अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)*
*अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)*
Ravi Prakash
"जब मानव कवि बन जाता हैं "
Slok maurya "umang"
दिकपाल छंदा धारित गीत
दिकपाल छंदा धारित गीत
Sushila joshi
लहसुन
लहसुन
आकाश महेशपुरी
जिंदा होने का सबूत
जिंदा होने का सबूत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
कवि दीपक बवेजा
Someone Special
Someone Special
Ram Babu Mandal
शीर्षक – फूलों के सतरंगी आंचल तले,
शीर्षक – फूलों के सतरंगी आंचल तले,
Sonam Puneet Dubey
जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया
जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
फेसबुक
फेसबुक
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
भौतिकता
भौतिकता
लक्ष्मी सिंह
😢
😢
*प्रणय प्रभात*
अर्धांगिनी
अर्धांगिनी
VINOD CHAUHAN
श्याम बाबा भजन अरविंद भारद्वाज
श्याम बाबा भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
जुबान
जुबान
अखिलेश 'अखिल'
इक ज़िंदगी मैंने गुजारी है
इक ज़िंदगी मैंने गुजारी है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
हृदय परिवर्तन
हृदय परिवर्तन
Awadhesh Singh
♤⛳मातृभाषा हिन्दी हो⛳♤
♤⛳मातृभाषा हिन्दी हो⛳♤
SPK Sachin Lodhi
चली गई है क्यों अंजू , तू पाकिस्तान
चली गई है क्यों अंजू , तू पाकिस्तान
gurudeenverma198
A beautiful space
A beautiful space
Shweta Soni
I
I
Ranjeet kumar patre
* शक्ति आराधना *
* शक्ति आराधना *
surenderpal vaidya
"नव प्रवर्तन"
Dr. Kishan tandon kranti
ये भावनाओं का भंवर है डुबो देंगी
ये भावनाओं का भंवर है डुबो देंगी
ruby kumari
बेपरवाह
बेपरवाह
Omee Bhargava
अगर शमशीर हमने म्यान में रक्खी नहीं होती
अगर शमशीर हमने म्यान में रक्खी नहीं होती
Anis Shah
इस दरिया के पानी में जब मिला,
इस दरिया के पानी में जब मिला,
Sahil Ahmad
Loading...