*कैसे बारिश आती (बाल कविता)*
कितने भारत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सत्य साधना -हायकु मुक्तक
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
Change is hard at first, messy in the middle, gorgeous at th
💐अज्ञात के प्रति-119💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आकाश के नीचे
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
सिर घमंडी का नीचे झुका रह गया।
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं।
किसी अनमोल वस्तु का कोई तो मोल समझेगा
मोहब्बत ना सही तू नफ़रत ही जताया कर
जानें क्युँ अधूरी सी लगती है जिंदगी.
Ajeeb hai ye duniya.......pahle to karona se l ladh rah
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD