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22 Apr 2022 · 1 min read

हे माँ अवनि

हे माँ अवनि! इस जग का
सब भार तुम्हारे ऊपर है
जीव -जन्तु, वनस्पतियों का
आधार तुम्हारे ऊपर है
खुशियाँ तुम बिन सम्भव ही नहीं
संसार तुम्हारे ऊपर है
तुम्हारे दिन पर क्या भेंट करें
हर उपहार तुम्हारे ऊपर है
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

Language: Hindi
107 Views
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