Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

हे प्रभु मेरी विनती सुन लो , प्रभु दर्शन की आस जगा दो

हे प्रभु मेरी विनती सुन लो , प्रभु दर्शन की आस जगा दो

हे प्रभु मेरी विनती सुन लो , प्रभु दर्शन की आस जगा दो
मुख मंडल की शोभा न्यारी , प्रभु अपनी छवि हेमे दिखा दो

चरण कमल हम आये तुम्हारी , ह्रदय से अपने प्रभु लगा लो
तुम हो सबके दुःख के साथी , बीच भंवर से पार लगा दो

सच की हमको राह दिखा दो , मन दर्पण को पावन कर दो
पुष्पों की खुशबू सा जीवन , उपवन का हमको फूल बना दो

सुन्दर मन , काया हो सुन्दर , हे प्रभु नैया पार लगा दो
रत्नाकर सा व्यापक हो ह्रदय , संस्कारों की राह दिखा दो

मन पावन हो जाए प्रभु जी , धन , वैभव अम्बार लगा दो
भक्ति रस से सरावोर हो जीवन , चरण कमल प्रभु पास बिठा लो

मंगल कर्म सभी हों मेरे , जीवन मुक्ति मार्ग दिखा दो
हर्षित हो मन , हर्षित हो तन , ऐसे प्रभु मेरे भाग्य जगा दो

सूर्य सा प्रभु तेज हो मेरा , ऐसे आसमां पर मुझे बिठा दो
संसार मोह से मुक्त करो प्रभु, जीवन को सत राह दिखा दो

मन हो निर्मल, कर्म हो मंगल , ऐसे पुण्य प्रयास करा दो
बन जाऊं मैं पूर्ण सन्यासी , वन हेतु प्रस्थान करा दो

मंगल कारज पूर्ण करो सब , मंगल कार्यों में मुझे लगा दो
माया मोह में मैं न उलझूं , प्रभु मुझको तुम राह दिखा दो

हे प्रभु मेरी विनती सुन लो , प्रभु दर्शन की आस जगा दो
मुख मंडल की शोभा न्यारी , प्रभु अपनी छवि हमें दिखा दो

2 Likes · 459 Views
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

गुरु हो साथ तो मंजिल अधूरा हो नही सकता
गुरु हो साथ तो मंजिल अधूरा हो नही सकता
Diwakar Mahto
Talash
Talash
Mamta Rani
संसार चलाने में
संसार चलाने में
Ankita Patel
चल अंदर
चल अंदर
Satish Srijan
अगले जन्म मोहे बिटिया न कीजे.
अगले जन्म मोहे बिटिया न कीजे.
MEENU SHARMA
पिता प्रेम
पिता प्रेम
Jalaj Dwivedi
त्यौहार
त्यौहार
Shekhar Deshmukh
खुशबू चमन की।
खुशबू चमन की।
Taj Mohammad
आप हो
आप हो
sheema anmol
*पत्रिका-समीक्षा*
*पत्रिका-समीक्षा*
Ravi Prakash
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
राम के प्रति
राम के प्रति
Akash Agam
माँ (Maa)
माँ (Maa)
Indu Singh
!! पर्यावरणीय पहल !!
!! पर्यावरणीय पहल !!
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
तपकर स्वर्ण निखरता है।
तपकर स्वर्ण निखरता है।
Kanchan verma
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
आकाश महेशपुरी
"दोस्ती क्या है?"
Pushpraj Anant
माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जो हमारे ना हुए कैसे तुम्हारे होंगे।
जो हमारे ना हुए कैसे तुम्हारे होंगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
" हौसले "
Dr. Kishan tandon kranti
संसार की अजीब रीत
संसार की अजीब रीत
पूर्वार्थ
23/217. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/217. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*यह  ज़िंदगी  नही सरल है*
*यह ज़िंदगी नही सरल है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम अब खंडित रहेगा।
प्रेम अब खंडित रहेगा।
Shubham Anand Manmeet
🙅आज का अनुभव🙅
🙅आज का अनुभव🙅
*प्रणय*
लगता है🤔 दुख मेरे मन का
लगता है🤔 दुख मेरे मन का
Karuna Goswami
हर ज़िल्लत को सहकर हम..!
हर ज़िल्लत को सहकर हम..!
पंकज परिंदा
"हमने पाई है आजादी प्राणों की आहुति देकर"
राकेश चौरसिया
ज़िंदगी का यकीं नहीं कुछ भी
ज़िंदगी का यकीं नहीं कुछ भी
Dr fauzia Naseem shad
मुट्ठी में जो जान
मुट्ठी में जो जान
RAMESH SHARMA
Loading...