हे देश के जवानों !
हे देश के जवानों ,
जागो और संभालो,
देश है तुम्हारा,
तिरंगा यहाँ लहरा लो,
तुम हो एक भारतीय,
भारत माँ की लाज बचा लो ।
हे देश के जवानों ,
जागो और संभालो,
वीर तुम जन्मे हो,
इस मिट्टी में तुम पले हो,
औलाद हो कृषक के,
फौलाद तुम बने हो ।
हे देश के जवानों ,
जागो और संभालो,
बन जाओ तुम अब प्रहरी,
दुश्मन यदि पनाह ले,
लहू तुम भी बहा लो,
देश भक्त हो दिखा दो ।
हे देश के जवानों ,
जागो और संभालो,
अपमान तुम न सहना,
मात्रभूमि से जो दग़ा दे,
क़र्ज़ तुम्हेंं है चुकाना,
फ़र्ज़ भूमि का है निभाना।
हे देश के जवानों ,
जागो और संभालो,
भारत माँ है पुकारती,
बलिदान अब है मांगती,
करना है प्राण न्योछावर
अमर शहीद का ओढ़ लो चादर।
हे देश के जवानों ,
जागो और संभालो,
नमन उनको भी कर लो,
अमर गीत उनके भी गाओ,
श्रद्धा सुमन है अर्पित,
वीर शहीद जो अमर है।
रचनाकार ✍🏼✍🏼
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर,
उत्तर प्रदेश ।