Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2022 · 1 min read

हे दीपशिखे!

हे दीपशिखे

तुम सतत निरंतर इन अजस्र स्रोतों में बहती रहती हो,
हे दीपशिखे!
दुनिया की मधुरमयी धारा में नित स्रोतस्विनी होकर तुम, स्वतप्त पिघलती रहती हो, हे दीपशिखे!

तू प्राणमयी तू ओजस है तू स्वर्णमयी, तू तेजस है जग के कण-कण में प्रकृति की,मन प्राण बसे की रेतस है, तुम नित्य निरंतर समय चक्र में वलयगति से जलती हो,
हे दीपशिखे!

तुम दलित नहीं,तुम पीड़ित नहीं, तुम स्वतंत्रता के छंद प्रिये! तुम ईडा-पिंगला, सूर्य-चंद्र, तुम तापस हो स्वच्छंद प्रिये! तुम्ही कभी उनचास पवन बन प्राण फूँकती रहती हो,
हे दीपशिखे!

–कुमार अविनाश केसर

Language: Hindi
1 Like · 376 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हाइकु- शरद पूर्णिमा
हाइकु- शरद पूर्णिमा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
" मुझमें फिर से बहार न आयेगी "
Aarti sirsat
There is nothing wrong with slowness. All around you in natu
There is nothing wrong with slowness. All around you in natu
पूर्वार्थ
"जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
नाम:- प्रतिभा पाण्डेय
नाम:- प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
Pratibha Pandey
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
Rekha khichi
बैठा ड्योढ़ी साँझ की, सोच रहा आदित्य।
बैठा ड्योढ़ी साँझ की, सोच रहा आदित्य।
डॉ.सीमा अग्रवाल
🥀*अज्ञानीकी कलम*🥀
🥀*अज्ञानीकी कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
फ़ितरत-ए-दिल की मेहरबानी है ।
फ़ितरत-ए-दिल की मेहरबानी है ।
Neelam Sharma
बारिश के लिए
बारिश के लिए
Srishty Bansal
हिन्दी के हित
हिन्दी के हित
surenderpal vaidya
श्रद्धांजलि
श्रद्धांजलि
Arti Bhadauria
"जीवन"
Dr. Kishan tandon kranti
■ करोगे हड़बड़ तो होगी गड़बड़।।
■ करोगे हड़बड़ तो होगी गड़बड़।।
*Author प्रणय प्रभात*
🚩जाग्रत हिंदुस्तान चाहिए
🚩जाग्रत हिंदुस्तान चाहिए
Pt. Brajesh Kumar Nayak
लहजा
लहजा
Naushaba Suriya
बसंत (आगमन)
बसंत (आगमन)
Neeraj Agarwal
कारोबार
कारोबार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
प्यारी बहना
प्यारी बहना
Astuti Kumari
*शुभकामनाऍं*
*शुभकामनाऍं*
Ravi Prakash
ऐसे खोया हूं तेरी अंजुमन में
ऐसे खोया हूं तेरी अंजुमन में
Amit Pandey
एक कवि की कविता ही पूजा, यहाँ अपने देव को पाया
एक कवि की कविता ही पूजा, यहाँ अपने देव को पाया
Dr.Pratibha Prakash
जय जय राजस्थान
जय जय राजस्थान
Ravi Yadav
*अक्षय तृतीया*
*अक्षय तृतीया*
Shashi kala vyas
है मुश्किल दौर सूखी,
है मुश्किल दौर सूखी,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आज होगा नहीं तो कल होगा
आज होगा नहीं तो कल होगा
Shweta Soni
कवित्त छंद ( परशुराम जयंती )
कवित्त छंद ( परशुराम जयंती )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
2946.*पूर्णिका*
2946.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
5. इंद्रधनुष
5. इंद्रधनुष
Rajeev Dutta
पुनीत /लीला (गोपी) / गुपाल छंद (सउदाहरण)
पुनीत /लीला (गोपी) / गुपाल छंद (सउदाहरण)
Subhash Singhai
Loading...