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17 May 2023 · 2 min read

*शुभकामनाऍं*

शुभकामनाऍं
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1)
प्रिय रवि
तुम्हारा साहित्य प्रेम और विशेषकर रामचरितमानस के लिए, तुम्हारे व्यक्तित्व का दैवीय गुण है और कुछ हद तक विरासत भी है। इसके लिए हृदय से शुभकामनाऍं। तुम्हारे यह गुण हमें समय-समय पर पूजनीय जीजा जी का स्मरण कराते रहते हैं।

डॉ. राकेश कुमार (एम.बी.बी.एस, एम.डी (मेडिसिन) ,मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश)
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2)
आज मानस-पाठ के अंतिम दिवस मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ। बहुत ही आनंद आया। राम-रस का पान किया। आपके द्वारा भेजे गए सारांश को रोज पढ़ता था। चालीस दिन में यह पाठ हुआ। आज ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष अपरा एकादशी के दिन पूर्ण हुआ। भगवान विष्णु के अवतार राम की कथा बाबा विश्वनाथ के दिन मतलब आज दिव्य दिन ही पूर्ण हुई, यह भी एक संयोग है ।समाज के लिए अति उपयोगी होगा आपका यह प्रयास । प्रयास हेतु शुभकामनाऍं

सूरज शर्मा (आकाशवाणी रामपुर)

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3)
बहुत-बहुत साधुवाद आपको। बहुत सराहनीय कार्य आदरणीय।

डॉक्टर (प्रोफेसर) ममता (मुरादाबाद)
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4)
इस पावन अनुष्ठान को बारंबार नमन जय श्री राम

राजीव प्रखर (कवि, मुरादाबाद)
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5)
श्री राम जय राम जय जय राम
कथा में उतार चढ़ाव ऐसे ही जैसे ,
नदी पर्वत और खाई प्रकृति के मनोहारी सौन्दर्य का अनुपम दर्शन है , इसी प्रकार राम कथा हृदय को विविध स्थान पर अभिभूत करती है । यही रहस्य है रामकथा का ।
धन्य हो ,आदरणीय रवि प्रकाश जी ,आप हम सभी को घर बैठे राम कथा का रसास्वादन करा रहे हैं । सादर प्रणाम आपकी साधना को ।
प्रभु श्री सीता राम जी की कृपा आप पर बनी है तभी आपको राम कथा सुनाने का उत्तरदायित्व
प्राप्त हुआ है । प्रभु श्री राम जी जिससे जो कार्य कराना चाहते हैं करा लेते हैं ।
हृदयतल से आपको एवं आपके सहयोगियों को अतिशय साधुवाद ।
अविस्मरणीय ग्रंथ होगा । वर्तमान सामाजिक, साहित्यिक एवं आध्यात्मिक परिदृश्य में लोकप्रिय होगी राम की मानस चर्चा। अग्रिम शुभकामना।

शिव कुमार चंदन (कवि, रामपुर)
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6)
सराहनीय प्रयास ..बहुत-बहुत शुभकामनाऍं

श्रीमती शशि गुप्ता धर्मपत्नी श्री राम गुप्ता, कूॅंचा परमेश्वरी दास, निकट मिस्टन गंज, रामपुर
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7)
भाई साहब ! आपका प्रयास सराहनीय व अविस्मरणीय रहेगा तथा राम-भक्त लाभान्वित होंगे।

हरिओम गुप्ता, रामपुर
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8)
आपके द्वारा साहित्यिक एवं आध्यात्मिक आयोजन समाज को जागरूक करने के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण हैं ।
मंगल कामनाओं सहित शुभकामनाएं आदरणीय ।
जय राम जी की आदरणीय ।
आज चतुर्थी के दिन अध्यात्म का उत्तम आयोजन रहा ।
जय श्रीराम ।
राम किशोर वर्मा (कवि, रामपुर)
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9)
बहुत सुंदर, पठनीय पुस्तक होगी,
इस पुस्तक के माध्यम से प्रभु श्री राम के संदर्भ में पाठकों को तमाम जानकारियां मिलेंगी।
साधुवाद आपको।
श्रीकृष्ण शुक्ल (कवि, मुरादाबाद)

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