Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Mar 2021 · 1 min read

मौन

आधार छन्द रूपमाला (मापनी युक्त मात्रिक) 24 मात्रा ,
मापनी-गालगागा गालगागा गालगागा गाल ।
ध्रुव शब्द – मौन

2122 2122 2122 21
मौन होता साधना आनंद का आधार ।
आत्मा का सार है ये शांति का आगार।
शक्ति का भंडार इसमें जीत पाया कौन-
मौन की महिमा बहुत है मौन ही श्रृंगार।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

3 Likes · 4 Comments · 679 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
नमो-नमो
नमो-नमो
Bodhisatva kastooriya
Preparation is
Preparation is
Dhriti Mishra
कविता बाजार
कविता बाजार
साहित्य गौरव
हम जितने ही सहज होगें,
हम जितने ही सहज होगें,
लक्ष्मी सिंह
वाणी वंदना
वाणी वंदना
Dr Archana Gupta
*हमें कर्तव्य के पथ पर, बढ़ाती कृष्ण की गीता (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*हमें कर्तव्य के पथ पर, बढ़ाती कृष्ण की गीता (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
टैगोर
टैगोर
Aman Kumar Holy
असर
असर
Shyam Sundar Subramanian
गरीबों की झोपड़ी बेमोल अब भी बिक रही / निर्धनों की झोपड़ी में सुप्त हिंदुस्तान है
गरीबों की झोपड़ी बेमोल अब भी बिक रही / निर्धनों की झोपड़ी में सुप्त हिंदुस्तान है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
आर.एस. 'प्रीतम'
अजीब सी चुभन है दिल में
अजीब सी चुभन है दिल में
हिमांशु Kulshrestha
" मिलकर एक बनें "
Pushpraj Anant
ध्वनि प्रदूषण कर दो अब कम
ध्वनि प्रदूषण कर दो अब कम
Buddha Prakash
"अगर आपके पास भरपूर माल है
*Author प्रणय प्रभात*
गणतंत्र दिवस की बधाई।।
गणतंत्र दिवस की बधाई।।
Rajni kapoor
बैठी रहो कुछ देर और
बैठी रहो कुछ देर और
gurudeenverma198
पिरामिड -यथार्थ के रंग
पिरामिड -यथार्थ के रंग
sushil sarna
अध्यात्म का अभिसार
अध्यात्म का अभिसार
Dr.Pratibha Prakash
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
Shweta Soni
प्रभु राम नाम का अवलंब
प्रभु राम नाम का अवलंब
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सजी कैसी अवध नगरी, सुसंगत दीप पाँतें हैं।
सजी कैसी अवध नगरी, सुसंगत दीप पाँतें हैं।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
Ragini Kumari
ऐ वसुत्व अर्ज किया है....
ऐ वसुत्व अर्ज किया है....
प्रेमदास वसु सुरेखा
समूह
समूह
Neeraj Agarwal
हर इंसान को भीतर से थोड़ा सा किसान होना चाहिए
हर इंसान को भीतर से थोड़ा सा किसान होना चाहिए
ruby kumari
2598.पूर्णिका
2598.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
रूठते-मनाते,
रूठते-मनाते,
Amber Srivastava
💐प्रेम कौतुक-344💐
💐प्रेम कौतुक-344💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"कोरा कागज"
Dr. Kishan tandon kranti
चलो♥️
चलो♥️
Srishty Bansal
Loading...