हिन्दी
नही देखना फिर से कलुषित इन्डिया के संस्कारो को!
बच्चे भूल गए हिन्दी ओलम-गिनती और विचारो को!!
हिन्दी दिवस मनाने की क्यो आन पडी आवश्यकता?
सोचो क्यो अंगीकृत नही करते मातृभाषा व्यवहारो को?
सामाजिक व्यवहार पद्धति नमस्कार और प्रणाम नही?
क्यो करते नही तिरस्कृत गुड मौर्निग-नाईट,आचारो को?
ग्रामीणो ने शहरी प्रतिस्पर्था मे अंग्रेजी को सीख लिया
करो बहिष्कृत फेसबुक,व्हाट्सएप से इन बीमारो को!!
गुरुकुल पद्धति पाठ्यक्रम जब तक न अपनाया जाएगा
तब तक भारतीय संस्कृति और भाषा मर्दन अंहकारो को!!
है यछ प्रश्न अगली पीढी क्यो मातृभाषा से कुन्ठित है?
एक दिवसीय हिन्दी दिवस नही,पहल जरुरी परिवारो को!!