Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2024 · 1 min read

* हिन्दी को ही *

** गीतिका **
~~
हिन्दी को ही गले लगाएं, नित यह ध्यान धरें हम।
अंग्रेजी का भूत भगाएं, यह शुभ कर्म करें हम।

आजाद देश प्रिय भारत की, महिमा का पार नहीं।
इसी हेतु भारत मां के मिल, सारे कष्ट हरें हम।

देश की सभी भाषाओं का, कोई मोल नहीं है।
इनके खातिर अपने मन में, पावन भाव भरें हम।

संस्कृत है भाषा महान अति, इसकी सब धाराएं।
संस्कृति को पहचाने इनसे, प्रभु को नित्य स्मरें हम।

विश्व हमारी ओर देखता, आशा भरी नजर से।
भय दुविधा की बातें छोड़ें, बिल्कुल नहीं डरें हम।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, १८/०२/२०२४

2 Likes · 1 Comment · 140 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from surenderpal vaidya
View all
You may also like:
शाश्वत और सनातन
शाश्वत और सनातन
Mahender Singh
मदद का हाथ अगर तुम बढ़ा सको तो चलो
मदद का हाथ अगर तुम बढ़ा सको तो चलो
Anis Shah
ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
#नारी तू नारायणी
#नारी तू नारायणी
Radheshyam Khatik
चैन से रहने का हमें
चैन से रहने का हमें
शेखर सिंह
जिस देश में कन्या पूजा की जाती हो उस देश में बेटी बचाओ योजना
जिस देश में कन्या पूजा की जाती हो उस देश में बेटी बचाओ योजना
Ranjeet kumar patre
वो रात कुछ और थी ।
वो रात कुछ और थी ।
sushil sarna
4155.💐 *पूर्णिका* 💐
4155.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वक़्त के साथ
वक़्त के साथ
Dr fauzia Naseem shad
भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
Sanjay ' शून्य'
आप थोड़ा-थोड़ा ही काम करें...
आप थोड़ा-थोड़ा ही काम करें...
Ajit Kumar "Karn"
*जिसका सुंदर स्वास्थ्य जगत में, केवल वह धनवान है (हिंदी गजल)
*जिसका सुंदर स्वास्थ्य जगत में, केवल वह धनवान है (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
दोहा बिषय- दिशा
दोहा बिषय- दिशा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
**** बातें दिल की ****
**** बातें दिल की ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कैसा भी मौसम रहे,
कैसा भी मौसम रहे,
*प्रणय*
" माप "
Dr. Kishan tandon kranti
*Flying Charms*
*Flying Charms*
Poonam Matia
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पावस आने से प्रथम, कर लो सब उपचार।
पावस आने से प्रथम, कर लो सब उपचार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मन डूब गया
मन डूब गया
Kshma Urmila
किस क़दर
किस क़दर
हिमांशु Kulshrestha
अंजाम...
अंजाम...
TAMANNA BILASPURI
*ग़ज़ल*
*ग़ज़ल*
शेख रहमत अली "बस्तवी"
वो कड़वी हक़ीक़त
वो कड़वी हक़ीक़त
पूर्वार्थ
बदलियां
बदलियां
surenderpal vaidya
*
*"बादल"*
Shashi kala vyas
नाम लिख तो दिया और मिटा भी दिया
नाम लिख तो दिया और मिटा भी दिया
SHAMA PARVEEN
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
कवि रमेशराज
बेदर्द ज़माने ने क्या खूब सताया है…!
बेदर्द ज़माने ने क्या खूब सताया है…!
पंकज परिंदा
वफा से होकर बेवफा
वफा से होकर बेवफा
gurudeenverma198
Loading...