Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Dec 2020 · 1 min read

हिचकियों का रहस्य

हिचकियों का रहस्य
****************
जब जब हिचकी आईं हैं मुझको,
तब तब तेरी याद आई है मुझको।
पता नहीं ये यादें क्यों हमे सताती,
इसका रहस्य तो बताओ मुझको।

जब जब दूर रहते है एक दूजे से,
मिल नहीं पाते हैं हम एक दूजे से।
तब तब हिचकी आती है दोनो को
मिलने का प्रयत्न करते एक दूजे से।

लगता हैं हिचकियां वीणा के तार है जैसे,
बजने लगते हैं याद करते जब एक दूजे को जैसे।
क्या रहस्य छिपा है इन दिल के तारो मे,
जब हिचकियां आती हैं एक साथ दोनो के जैसे।

लगता है मेरी याद रही है तुझको,
बेबस बेसहारा कर रही है तुझको
मलाल न करना इन सब बातो का
मिलने जल्द आऊंगा मै तुझको।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
1 Like · 4 Comments · 358 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
Your Ultimate Guide to Excelling in Finance Assignments
Your Ultimate Guide to Excelling in Finance Assignments
Angelika Wartina
जितनी मेहनत
जितनी मेहनत
Shweta Soni
May 3, 2024
May 3, 2024
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अच्छे समय का
अच्छे समय का
Santosh Shrivastava
"YOU ARE GOOD" से शुरू हुई मोहब्बत "YOU
nagarsumit326
धेनु चराकर सोचते, प्यारे नंद किशोर (कुंडलिया)
धेनु चराकर सोचते, प्यारे नंद किशोर (कुंडलिया)
Ravi Prakash
दोस्तों
दोस्तों
Sunil Maheshwari
"बाणसुर की नगरी"
Dr. Kishan tandon kranti
यह क्या है?
यह क्या है?
Otteri Selvakumar
"आपके पास यदि धार्मिक अंधविश्वास के विरुद्ध रचनाएँ या विचार
Dr MusafiR BaithA
जज्बात
जज्बात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आज कल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का
आज कल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का
पूर्वार्थ
किसने कहा कि हँसते हुए चेहरे हमेशा खुशनुमा रहते हैं
किसने कहा कि हँसते हुए चेहरे हमेशा खुशनुमा रहते हैं
Rekha khichi
तेवरीः तेवरी है, ग़ज़ल नहीं +रमेशराज
तेवरीः तेवरी है, ग़ज़ल नहीं +रमेशराज
कवि रमेशराज
दिल की गुज़ारिश
दिल की गुज़ारिश
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ज़िंदगी सबको अच्छी लगती है ,
ज़िंदगी सबको अच्छी लगती है ,
Dr fauzia Naseem shad
* सत्य पथ पर *
* सत्य पथ पर *
surenderpal vaidya
रगणाश्रित : गुणांक सवैया
रगणाश्रित : गुणांक सवैया
Sushila joshi
!! ये सच है कि !!
!! ये सच है कि !!
Chunnu Lal Gupta
3626.💐 *पूर्णिका* 💐
3626.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सिय का जन्म उदार / माता सीता को समर्पित नवगीत
सिय का जन्म उदार / माता सीता को समर्पित नवगीत
ईश्वर दयाल गोस्वामी
इश्क़ का मौसम रूठने मनाने का नहीं होता,
इश्क़ का मौसम रूठने मनाने का नहीं होता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नज़र चुरा कर
नज़र चुरा कर
Surinder blackpen
निराशा से बड़ी है आशा जो
निराशा से बड़ी है आशा जो
Sonam Puneet Dubey
विश्राम   ...
विश्राम ...
sushil sarna
ശവദാഹം
ശവദാഹം
Heera S
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
सत्य कुमार प्रेमी
सत्य की खोज
सत्य की खोज
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मृत्यु के पश्चात
मृत्यु के पश्चात
Vivek saswat Shukla
ग्यारह होना
ग्यारह होना
Pankaj Bindas
Loading...