हिंसा और अज्ञान अंधेरा सारे जग से दूर भगाएं
(हरिद्वार महाकुंभ २०२१की हार्दिक शुभकामनाएं)
वसुंधरा पर, प्रेम और सदभाव के, सुंदर सुमन खिलाएं
हिंसा और अज्ञान अंधेरा, सारे जग से दूर भगाएं
धर्म जाति भाषा अंचल पर, मानव में न भेद बढ़ाएं
मानवता के खातिर जग में, भाईचारा प्रेम बढ़ाएं
एक ही मात-पिता की जग में, मानव सब संतान है
धर्म जाति भाषा से पहले, हर मानव इंसान हैं
मानवता पर जान लुटाना, धर्म है हर इंसान का
मानवता का कर्ज चुकाना, फर्ज है हर इंसान का
सुरेश कुमार चतुर्वेदी