हिंदी दिवस को प्रणाम
हिंदी हैं जान, हिंदी हैं शान ।
हिंदी हैं अब, हमारी पहचान। ।
कश्मीर से लेकर, हिमाचल के पांजर ।
जीवन के रंग में हैं, हिंदी का सार ।।
गंगा यमुना, ब्रह्मपुत्र की धार ।
कवियों के जीवन का, उमड़ता इकरार ।।
वसुधैव कुटुम्बकम का, नारा लगाती ।
ऐसी हैं महिमा, हिंदी की न्यारी ।।
चलो हम आपस की, दूरी मिटाये ।
हिंदी दिवस की, बहुत बहुत शुभकामनाये ।।
“तेजपुरिया” की वाणी, हिंदी का प्यार ।
हिंदी दिवस को, प्रणाम बारम्बार ।।
कवि
श्याम सिंह लोधी राजपूत “तेजपुरिया”