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22 May 2023 · 1 min read

हिंदी

हिन्दी

मन मेरा हिंदी
तन मेरा हिंदी
नाड़ी में दौड़ता
रक्त भी हिंदी
श्वांस मेरी हिंदी
दृष्टि मेरी हिंदी
हृदय के अंदर
स्पंदन भी हिंदी
भोर मेरी हिंदी
संध्या मेरी हिंदी
आठों पहर की
बेला भी हिंदी
निशा मेरी हिंदी
निद्रा मेरी हिंदी
रात जो आएं
स्वप्न भी हिंदी

इति।

संजय श्रीवास्तव
बालाघाट (मध्य प्रदेश)

Language: Hindi
1 Like · 43 Views
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