हिंदी भाषा को मधुर बनाए
हिंदी भाषा को मधुर बनाए
१
अ आ इ ई की पहचान,
स्वर व्यंजन की हो ज्ञान।
हिंदी हिंदू हिन्दुस्तान,
सबसे अच्छा यहां के इंसान।
२
आओ प्यारे मिलकर आओ,
हिंदी भाषा को मधुर बनाए।
पढ़े लिखे और जाने,
देश दुनिया में ज्ञान को फैलाए।
३
गीत गजल कविता संग्रह,
भाषा शुद्ध चयन में हो आग्रह।
दोहा चौपाई छंद रस,
हिंदी भाषा की हो यश।
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रचनाकार कवि डीजेन्द्र क़ुर्रे “कोहिनूर”
पीपरभवना, बिलाईगढ़, बलौदाबाजार (छ. ग.)
8120587822