हिंदी दोहे- पंडित
हिंदी विषय – पंडित
#राना पंडित खोजता,पर मिलता है शोर।
कपटी इस संसार में,दिखें लगाते जोर।।
पंडित बनकर लोग भी,करते ऐसे कृत्य।
चुभते मन को शूल-से,#राना लगते नृत्य।।
पंडित का सम्मान भी,#राना करते लोग।
पर अभिमानी हौ जहाँ,दिखते वहाँ कुयोग।।
पंडित बनकर सब कहें,मुख तक रहता ज्ञान।
पर करने के नाम पर,#राना चुप है गान।।
कुछ तो पंडित नाम पर,#राना दिखें मजाक।
दाग देखतइ दूसरन,पर बनते खुद पाक।।
एक हास्य दोहा-
पंडित खुद को मानती,धना लगे पुरजोर।
#राना देती ज्ञान है ,करो काम घनघोर।।
*** दिनांक-23-7-2024
✍️ -राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” हिंदी पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
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