Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2023 · 1 min read

हार कैसे मान ले…

जब तक साँस है तब तक लड़ेंगे
लड़ेंगे तबतक जब तक जीत ना जायेंगे।
हार कैसे मान ले…

मुश्किलों के शहर को पीछे छोड़ मंजिल की तलाश में हूँ,
मजबूरियों को पीछे छोड़ विजय की तलाश में हूँ।
जिंदगी की जद्दोजहद को छोड़ जीवन की तलाश में हूँ,
जिंदगी की कश्मकश से आगे जीवन की खूबसूरती की तलाश में हूँ।
हार कैसे मान ले…

यूँ तो दिल में समंदर लेकर चलता हूँ,
लेकिन आँखों की नमी छुपाकर चलता हूँ।
देख ना ले कोई इन आँखों की नमी को,
इसीलिए होंठो पर मुस्कान लिए चलता हूँ।
हार कैसे मान ले…

कितना भी कुछ लिख ले जिंदगी की दीवार पर,
बारिश आती रहेगी उसे मिटाने के लिए।
कितना भी प्रयास कर ले जिंदगी के दीवार पर,
लेकिन एक भाग्य का सितारा ही तो चाहिए जिंदगी को चमकने के लिए।
हार कैसे मान ले…
©✍️ शशि धर कुमार

Language: Hindi
145 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shashi Dhar Kumar
View all
You may also like:
अंधेरे में दिया जलाया
अंधेरे में दिया जलाया
Sunil Maheshwari
जिन्दगी की शाम
जिन्दगी की शाम
Bodhisatva kastooriya
घर नही है गांव में
घर नही है गांव में
Priya Maithil
क्या रखा है? वार में,
क्या रखा है? वार में,
Dushyant Kumar
सोशल मीडिया में आधी खबरें झूठी है और अखबार में पूरी !!
सोशल मीडिया में आधी खबरें झूठी है और अखबार में पूरी !!
P S Dhami
दोहा- मीन-मेख
दोहा- मीन-मेख
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
यूं कौन जानता है यहां हमें,
यूं कौन जानता है यहां हमें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
It's just you
It's just you
Chaahat
कराहती धरती (पृथ्वी दिवस पर)
कराहती धरती (पृथ्वी दिवस पर)
डॉ. शिव लहरी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
फिर आई स्कूल की यादें
फिर आई स्कूल की यादें
Arjun Bhaskar
ऐसा कहा जाता है कि
ऐसा कहा जाता है कि
Naseeb Jinagal Koslia नसीब जीनागल कोसलिया
*साथ निभाना साथिया*
*साथ निभाना साथिया*
Harminder Kaur
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
Ravi Prakash
जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
आर.एस. 'प्रीतम'
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!!
मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!!
Jyoti Khari
रिश्ते की नियत
रिश्ते की नियत
पूर्वार्थ
" कलम "
Dr. Kishan tandon kranti
जी आजाद इस लोकतंत्र में
जी आजाद इस लोकतंत्र में
gurudeenverma198
पर्यावरण से न कर खिलवाड़
पर्यावरण से न कर खिलवाड़
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
पागल सा दिल मेरा ये कैसी जिद्द लिए बैठा है
पागल सा दिल मेरा ये कैसी जिद्द लिए बैठा है
Rituraj shivem verma
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
Rj Anand Prajapati
याद - दीपक नीलपदम्
याद - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
अधूरा घर
अधूरा घर
Kanchan Khanna
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही...
प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही...
Ajit Kumar "Karn"
* राष्ट्रभाषा हिन्दी *
* राष्ट्रभाषा हिन्दी *
surenderpal vaidya
जिंदगी में कुछ कदम ऐसे होते हैं जिन्हे उठाते हुए हमें तकलीफ
जिंदगी में कुछ कदम ऐसे होते हैं जिन्हे उठाते हुए हमें तकलीफ
jogendar Singh
2720.*पूर्णिका*
2720.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...