हारने के बाद ज़िन्दगी खत्म नही होती
क्या हुआ अगर , गिर पड़े राह में
क्या हुआ अगर ,बाधाएं हैं चाह में
एकाग्रचित हो आगे बढ़ो
कभी-कभी मंजिले आसान नहीं होती
पर्वतों की चढ़ाई आसान नहीं होती
हारने के बाद , जिंदगी खत्म नहीं होती |
एक बात नहीं बार-बार प्रयास कर
स्वयं पर विश्वास कर
चट्टानों से हारकर नदियां नहीं रोती
विजयपथ पर कठिनाइयां तो होंगी ही
बादलों से गिरकर भी चांदनी निराश नहीं होती
हारने के बाद , जिंदगी खत्म नहीं होती |
एक धागा टूट गया तो क्या हुआ
एक मौका छूट गया तो क्या हुआ
मन मारकर बैठना उचित नहीं
तैयार हो जाओ आने वाले कल के लिए
क्या नई सुबह के साथ नए दिन की शुरुआत नहीं होती
हारने के बाद , जिंदगी खत्म नहीं होती |