Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jul 2024 · 1 min read

हाथ में मेरे उसका साथ था ,

हाथ में मेरे उसका साथ था ,
थी वो मेरी अभिन्न सखी,
क्लेश का शिकार हो गयी हाय वो,
द्वेष उसे निगल जो गई।

बाँट एक दूसरे की जोहते थे हम,
रोज हमारा मिलना अनिवार्य था,
हाय! अब वहीं नजरे नहीं मिलने देती हमारी,
मेरी भर्त्सना करना अब उसका परम कर्तव्य बन गया था।

हम वे कालियाँ थीं जो ,
पुष्पित होने के लिए थीं बेकरार ,
पर नियति ने आँधी ला दी जो,
बस ऐसे ही बनती गई ये दरार।

इंतजार अब भी मैं करती हूं,
अगर मुझे क्षमा वो कर दे,
गलती मेरी नहीं थी फिर भी,
माफ़ी मुझको वो दे दे ।

अश्रु मेरे उपहार स्वरुप सजाकर रखे हैं मैंने,
बस एक बार वो मेरे करीब आ जाए,
लांछन मेरा दूर कर दूँ मैं ,
बस एक बार वो मेरे गले से लग जाए।

Language: Hindi
1 Like · 72 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

आ मिल कर साथ चलते हैं....!
आ मिल कर साथ चलते हैं....!
VEDANTA PATEL
ए जिंदगी तेरी किताब का कोई भी पन्ना समझ नहीं आता
ए जिंदगी तेरी किताब का कोई भी पन्ना समझ नहीं आता
Jyoti Roshni
हार हमने नहीं मानी है
हार हमने नहीं मानी है
संजय कुमार संजू
देखो जग सारा जागा है
देखो जग सारा जागा है
सोनू हंस
हरियाली तीज😇
हरियाली तीज😇
Dr. Vaishali Verma
हम
हम
हिमांशु Kulshrestha
" आशा "
Dr. Kishan tandon kranti
🙅लिख के रख लो🙅
🙅लिख के रख लो🙅
*प्रणय*
फूल सूखी डाल पर  खिलते  नहीं  कचनार  के
फूल सूखी डाल पर खिलते नहीं कचनार के
Anil Mishra Prahari
काम
काम
Shriyansh Gupta
हमने कब कहा था , इंतजार नहीं करेंगे हम.....।।
हमने कब कहा था , इंतजार नहीं करेंगे हम.....।।
Buddha Prakash
चैन भी उनके बिना आता कहाँ।
चैन भी उनके बिना आता कहाँ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
चॉकलेट
चॉकलेट
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
If you get tired, learn to rest. Not to Quit.
If you get tired, learn to rest. Not to Quit.
पूर्वार्थ
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
*रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व*
*रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व*
Ravi Prakash
4858.*पूर्णिका*
4858.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रेम की परिभाषा विलग
प्रेम की परिभाषा विलग
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
पुराने पन्नों पे, क़लम से
पुराने पन्नों पे, क़लम से
The_dk_poetry
सूर्य तम दलकर रहेगा...
सूर्य तम दलकर रहेगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुराद अपनी कोई अगर नहीं हो पूरी
मुराद अपनी कोई अगर नहीं हो पूरी
gurudeenverma198
डमरू घनाक्षरी
डमरू घनाक्षरी
seema sharma
*माँ सरस्वती सत्यधाम हैं*
*माँ सरस्वती सत्यधाम हैं*
Rambali Mishra
मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है
मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है
Suryakant Dwivedi
"गुरु पूर्णिमा" की हार्दिक शुभकामनाएं....
दीपक श्रीवास्तव
शमा जली महफिल सजी,
शमा जली महफिल सजी,
sushil sarna
नज़रें
नज़रें
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
I met Myself!
I met Myself!
कविता झा ‘गीत’
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
Dr fauzia Naseem shad
*Each moment again I save*
*Each moment again I save*
Poonam Matia
Loading...