हाथ छुड़ाने की कथा
हाथ छुड़ाने की कथा
एक मर्द हाथ छुड़ा कर जाना चाहे
तो एक बार उसको रोक कर देख लो
क्या पता वो रुक आए
मगर औरत एक बार हाथ छुड़ा कर चली जाए
तो उसको रोकना मत
क्योंकि उसने पहले ही हाथ छुड़वाने के पहले
जा चुकी होती है
मर्द का हाथ छुड़ाना
शायद एक सवाल होता है
एक मौका होता है
कि आप उसे रोकें
औरत का हाथ छुड़ाना
एक जवाब होता है
एक फैसला होता है
जो बदलने वाला नहीं होता
मर्द का हाथ
एक डोर होता है
जो आपको बांध सकता है
औरत का हाथ
एक चाबी होती है
जो आपको खोल सकती है
इसलिए
एक मर्द का हाथ छुड़ाना
एक मौका होता है
जो आपको मिल सकता है
लेकिन
एक औरत का हाथ छुड़ाना
एक फैसला होता है
जो आपको स्वीकार करना होगा
और
यह फैसला
हमेशा के लिए होता है