हाथ की लकीर
हाथों की लकीरों से मुकद्दर नहीं बनता।
बैठे ही कोई सहसा सिकंदर नहीं बनता।
हैं जहां में लोग कई जिनके हाथ नहीं हैं,,,
बिना क्षार-सलिल संग समंदर नहीं बनता।
✍️भविष्य,,,,,,,
हाथों की लकीरों से मुकद्दर नहीं बनता।
बैठे ही कोई सहसा सिकंदर नहीं बनता।
हैं जहां में लोग कई जिनके हाथ नहीं हैं,,,
बिना क्षार-सलिल संग समंदर नहीं बनता।
✍️भविष्य,,,,,,,