हाथ कंगन को आरसी क्या
हाथ कंगन को आरसी क्या
पढ़े लिखे को फारसी क्या
भला बिना आग के धुआं उठता है क्या?
कट्टर ईमानदार को जांच ही क्या?
जांच तो दूर की बात है!?
कट्टर ईमानदार तो पूछताछ से भी बच रहा है
कभी चुनाव के बहाने,कभी ध्यान को जा रहा है
अब तीसरा सम्मन भी जारी है
आगे आगे देखिए अब क्या तैयारी है
चोरी फिर सीनाजोरी
जब आप साफ सुथरे हैं,तो किस बात से डर रहे हैं
किसी न किसी बहाने, बचते फिर रहे हैं?
आम आदमी को भी जब, जांच एजेंसी बुलाती है
बेचारे दौड़े दौड़े जाते हैं, अन्यथा कहीं से भीउठा लिए जाते हैं
इसलिए कट्टर जी चले जाइए, सबालों के जबाब दे आईए
अन्यथा आपको भी कहीं से भी उठा लिया जाएगा
कोई भी पैंतरा काम नहीं आएगा
जनाब कट्टर ईमानदार जी, कानून से ऊपर कोई नहीं
आम हो खास, करना चाहिए कानून पर विश्वास
हम तो बहुत कम बुद्धि के आदमी हैं
पर आपसे सबाल लाजमी हैं
बताइए बिना आग के, धुआं उठता है क्या
ईमानदार के पीछे भी जांच एजेंसियां
हाथ धोकर पीछे पड़ती है क्या?
और पड़ भी जाएं तो! साफ आदमी छुपता है क्या?
नए नए बहाने गढ़ता है क्या?
बस हमारी मंद बुद्धि में, यही बात नहीं बैठ रही?
आप ही बताइए क्या ग़लत और क्या सही?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी