हाईकू
(क)
कुछ नहीं मेरे पास
सिर्फ जज्बों का सौगात
आज की बेतुकी बात ।
(ख)
जिंदगी लगती मौत
दिल पर करती आघात
दिन भी लगती रात ।
(ग)
जख्म पर मरहम क्यों
दुआ की जरूरत क्यों
हसीना तेरी झलक काफी ।
(घ)
दो गज जमीन काफी
सोने की क्या कीमत
चार कंधा है काफी ।
(ड)
प्रार्थना करें क्यों
ईश्वर से डरे क्यों
हम में वह बसते है ।
(च)
गम में खुशी मनाओ
खुशी में मनाओ गम
जिंदगी गुजारो यों हरदम ।
(छ)
पैगाम दे जिंदगी तू
मौत को सजने संवरने की
बदल दे घड़ी वक्त की ।