हाईकु-एकादश
आज देखिए हमारे हाईकु कुछ इस तरह
हाईकु-एकादश
१
पहला प्यार
बसंत उपहार
जीवन खुश
२
जीवन साथी
प्रेम गठबंधन
मजबूत हो
३
सुख का मंत्र
सबकुछ त्याग दें
प्रेम के लिए
४
मेरा जीवन
प्रेम बिन अधूरा
व्यर्थ समझो
५
धर्म पालन
जीवन साथी तभी
प्रेम महिमा
६
सद् ग्रहस्थ
प्रेम मय जीवन
तभी संभव
७
प्रेम बीज है
नरम हृदय मे
प्रेम सुमन
८
प्रेम की भाषा
चिड़ियाँ चहकती
समझिये तो
९
प्रेम वात्सल्य
गाय बछड़े सम
नि:स्वार्थ कहाँ?
१०
गले लगाना
प्रेम का परिणाम
लोक प्रियता
११
प्रेम पनपे
‘अनेकांत’ समझ
पक्ष रखिये
राजेन्द्र’अनेकांत’
बालाघाट दि ३१-०१-१७