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31 Jan 2017 · 1 min read

हाईकु-एकादश

आज देखिए हमारे हाईकु कुछ इस तरह

हाईकु-एकादश

पहला प्यार
बसंत उपहार
जीवन खुश

जीवन साथी
प्रेम गठबंधन
मजबूत हो

सुख का मंत्र
सबकुछ त्याग दें
प्रेम के लिए

मेरा जीवन
प्रेम बिन अधूरा
व्यर्थ समझो

धर्म पालन
जीवन साथी तभी
प्रेम महिमा

सद् ग्रहस्थ
प्रेम मय जीवन
तभी संभव

प्रेम बीज है
नरम हृदय मे
प्रेम सुमन

प्रेम की भाषा
चिड़ियाँ चहकती
समझिये तो

प्रेम वात्सल्य
गाय बछड़े सम
नि:स्वार्थ कहाँ?
१०
गले लगाना
प्रेम का परिणाम
लोक प्रियता
११
प्रेम पनपे
‘अनेकांत’ समझ
पक्ष रखिये

राजेन्द्र’अनेकांत’
बालाघाट दि ३१-०१-१७

Language: Hindi
409 Views

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