Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2017 · 1 min read

** हाइकु **

नेता चोर व चाई
लगते भाई भाई
गटबंधन की सरकार।।

आरक्षण का जोर
अज्ञानता चहुंओर
भ्रष्ट कुव्यवस्था।।

धर्म की दुहाई
गाढी कमाई
पाखण्ड।।

ज्ञान का प्रचार
शिक्षा का ब्यापार
कलयुग।।

आज की पढाई
नैतिकता की विदाई
मांसिक नग्नता।।

सिमटते परिधान
सिकुड़ते परिवार
नैतिक पतन।।

रक्षक भक्षक साथ
वहीं तो करता घात
वर्तमान व्यवस्था।।

©®पं.संजीव शुक्ल “सचिन”

Language: Hindi
1 Comment · 242 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
🌹थम जा जिन्दगी🌹
🌹थम जा जिन्दगी🌹
Dr Shweta sood
थक गये चौकीदार
थक गये चौकीदार
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
लेखनी को श्रृंगार शालीनता ,मधुर्यता और शिष्टाचार से संवारा ज
लेखनी को श्रृंगार शालीनता ,मधुर्यता और शिष्टाचार से संवारा ज
DrLakshman Jha Parimal
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
श्रेष्ठ भावना
श्रेष्ठ भावना
Raju Gajbhiye
हमनें अपना
हमनें अपना
Dr fauzia Naseem shad
सज़ल
सज़ल
Mahendra Narayan
ମାଟିରେ କିଛି ନାହିଁ
ମାଟିରେ କିଛି ନାହିଁ
Otteri Selvakumar
*वकीलों की वकीलगिरी*
*वकीलों की वकीलगिरी*
Dushyant Kumar
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
The_dk_poetry
दानवीरता की मिशाल : नगरमाता बिन्नीबाई सोनकर
दानवीरता की मिशाल : नगरमाता बिन्नीबाई सोनकर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रोशन
रोशन
अंजनीत निज्जर
उस दिन पर लानत भेजता  हूं,
उस दिन पर लानत भेजता हूं,
Vishal babu (vishu)
मैंने तो बस उसे याद किया,
मैंने तो बस उसे याद किया,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"फितरत"
Dr. Kishan tandon kranti
मेला एक आस दिलों🫀का🏇👭
मेला एक आस दिलों🫀का🏇👭
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#अजब_गज़ब
#अजब_गज़ब
*Author प्रणय प्रभात*
समस्या का समाधान
समस्या का समाधान
Paras Nath Jha
वीर तुम बढ़े चलो...
वीर तुम बढ़े चलो...
आर एस आघात
मैं बारिश में तर था
मैं बारिश में तर था
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
2393.पूर्णिका
2393.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
चुनाव
चुनाव
Lakhan Yadav
रमेशराज के 'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में 7 बालगीत
रमेशराज के 'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में 7 बालगीत
कवि रमेशराज
गिरता है गुलमोहर ख्वाबों में
गिरता है गुलमोहर ख्वाबों में
शेखर सिंह
मैं क्या लिखूँ
मैं क्या लिखूँ
Aman Sinha
सदा खुश रहो ये दुआ है मेरी
सदा खुश रहो ये दुआ है मेरी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इश्क- इबादत
इश्क- इबादत
Sandeep Pande
आज भी मुझे मेरा गांव याद आता है
आज भी मुझे मेरा गांव याद आता है
Praveen Sain
सितमज़रीफी किस्मत की
सितमज़रीफी किस्मत की
Shweta Soni
प्रिय मैं अंजन नैन लगाऊँ।
प्रिय मैं अंजन नैन लगाऊँ।
Anil Mishra Prahari
Loading...