हाइकु- शरद पूर्णिमा
हाइकु-शरद पूर्णिमा
1
शरद रात्रि
एक चांद ऊपर।
एक है नीचे।।
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2
शरद रात्रि,
देवता भी तरसे।
खाने को खीर।।
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3
शरद रात्रि
लड्डू और खीर।
मिले अमृत।।
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-राजीव नामदेव “राना लिधौरी”,टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
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