Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jul 2023 · 1 min read

हां मैं पागल हूं दोस्तों

जो देखती है वही दिखाती है
ये आंखें मेरी झूठ बताती नहीं
कौनसा सच कहना है कौनसा नहीं
ये होशियारी मुझको आती नहीं

हां मैं पागल हूं दोस्तों
थोड़ा अनाड़ी हूं खिलाड़ी नहीं

ईमानदारी से निभाता हूं रिश्ते
किसी से दगाबाजी करता नहीं
रात को रात और दिन को दिन कहता हूं
कभी किसी से मैं डरता नहीं

हां मैं पागल हूं दोस्तों
थोड़ा अनाड़ी हूं खिलाड़ी नहीं

दरिया हूँ अपना रास्ता ख़ुद बनाता हूँ
कभी हवा के संग मैं बहता नहीं
जैसा हूँ वैसा ही रहता हूँ
गिरगिट की तरह रंग बदलता नहीं

हां मैं पागल हूं दोस्तों
थोड़ा अनाड़ी हूं खिलाड़ी नहीं

किसी ने जो भी कहा सच मान लेता हूँ
अपने दोस्तों पर अविश्वास करता नहीं
दोस्ती करता हूँ तो निभाता हूँ हमेशा
दगा अपने दोस्तों से मैं कभी करता नहीं

हां मैं पागल हूं दोस्तों
थोड़ा अनाड़ी हूं खिलाड़ी नहीं

देखकर दुख दर्द में किसी को
मुझसे तो रहा जाता नहीं
कोशिश करता हूँ मिटाने की उनको
मुझसे चुप रहा जाता नहीं

हां मैं पागल हूं दोस्तों
थोड़ा अनाड़ी हूं खिलाड़ी नहीं

देखता हूँ सपने जो कभी मैं
उन्हें भी अपना मान लेता हूँ
जो आता है ज़िंदगी में मेरी
उसे मैं कभी भुलाता नहीं

हां मैं पागल हूं दोस्तों
थोड़ा अनाड़ी हूं खिलाड़ी नहीं।

8 Likes · 4 Comments · 1191 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फ़ैसले का वक़्त
फ़ैसले का वक़्त
Shekhar Chandra Mitra
अपनी अपनी बहन के घर भी आया जाया करो क्योंकि माता-पिता के बाद
अपनी अपनी बहन के घर भी आया जाया करो क्योंकि माता-पिता के बाद
Ranjeet kumar patre
उत्साह का नव प्रवाह
उत्साह का नव प्रवाह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
पंचतत्व
पंचतत्व
लक्ष्मी सिंह
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
Dr. Vaishali Verma
*हनुमान जी*
*हनुमान जी*
Shashi kala vyas
ना जाने कौन से मैं खाने की शराब थी
ना जाने कौन से मैं खाने की शराब थी
कवि दीपक बवेजा
3. कुपमंडक
3. कुपमंडक
Rajeev Dutta
यादें मोहब्बत की
यादें मोहब्बत की
Mukesh Kumar Sonkar
बेचारे हाथी दादा (बाल कविता)
बेचारे हाथी दादा (बाल कविता)
Ravi Prakash
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं  मैं।
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं मैं।
Sanjay ' शून्य'
लिट्टी छोला
लिट्टी छोला
आकाश महेशपुरी
मौसम आया फाग का,
मौसम आया फाग का,
sushil sarna
पुस्तक समीक्षा- धूप के कतरे (ग़ज़ल संग्रह डॉ घनश्याम परिश्रमी नेपाल)
पुस्तक समीक्षा- धूप के कतरे (ग़ज़ल संग्रह डॉ घनश्याम परिश्रमी नेपाल)
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
वो बदल रहे हैं।
वो बदल रहे हैं।
Taj Mohammad
अनकही दोस्ती
अनकही दोस्ती
राजेश बन्छोर
वर्दी
वर्दी
Satish Srijan
बसंत (आगमन)
बसंत (आगमन)
Neeraj Agarwal
हौसले के बिना उड़ान में क्या
हौसले के बिना उड़ान में क्या
Dr Archana Gupta
मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों - डी के निवातिया
मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
"टी शर्ट"
Dr Meenu Poonia
देश हमरा  श्रेष्ठ जगत में ,सबका है सम्मान यहाँ,
देश हमरा श्रेष्ठ जगत में ,सबका है सम्मान यहाँ,
DrLakshman Jha Parimal
#justareminderdrarunkumarshastri
#justareminderdrarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#जीवन_का_सार...
#जीवन_का_सार...
*Author प्रणय प्रभात*
रंजीत शुक्ल
रंजीत शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
The_dk_poetry
आपके शब्द आपके अस्तित्व और व्यक्तित्व का भार वहन करते है...
आपके शब्द आपके अस्तित्व और व्यक्तित्व का भार वहन करते है...
DEVSHREE PAREEK 'ARPITA'
सेवा
सेवा
ओंकार मिश्र
23/166.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/166.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...