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11 Aug 2024 · 1 min read

”हसीन लम्हों के ख्वाब सजा कर रखें हैं मैंने

”हसीन लम्हों के ख्वाब सजा कर रखें हैं मैंने
इंतजार तो बस तुमसे मिलने को है”
शिव प्रताप लोधी

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