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17 Jul 2020 · 1 min read

हर शख्स रखता है जिस्म पर ही नजर

हुस्न और जिस्म को, प्यार कहते रहे
और जताते रहे, हमको जाने जिगर
खता हमने की थी, तुम्हें चाह कर
तुम धोखा करोगे, नहीं थी खबर
मैं तो चलती रही, हरदम राहे वफा
छोड़ा मझधार, अनजान राहे डगर
मैंने सोचा था फूलों से, राहें भरूं
फूल कांटे बनेंगे, मैं रही बेखबर
बहुत मुश्किल भरा है, जिंदगी का सफर
हर शख्स रखता है, जिस्म पर ही नजर

Language: Hindi
13 Likes · 8 Comments · 313 Views
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