#कुंडलिया//दोस्ती
सच्ची दोस्ती है दवा , करे दर्द ईलाज़।
जिसे मिले यह तोहफ़ा , सुखी रहे कल आज़।।
सुखी रह कल आज़ , बनो दोस्ती दीवाने।
जीवन से लो लूट , प्रेम के प्रिय अफ़साने।
सुन प्रीतम की बात , बात करना मत कच्ची।
सदा रहे विश्वास , करो दोस्ती तुम सच्ची।
#आर.एस. ‘प्रीतम’