” हरेली “
” हरेली ”
आगे अब तो तिहार हरेली,
बबा खाप दे मोर बर गेंड़ी।
गेंड़ी चघ के मेहा पारा बुलहुँ,
संगी जउँरिहा सो रेस खेलहूँ।
जीत हौं कोरी- कोरी नरियर,
हो जाही मोर मन ह हरियर।
” हरेली ”
आगे अब तो तिहार हरेली,
बबा खाप दे मोर बर गेंड़ी।
गेंड़ी चघ के मेहा पारा बुलहुँ,
संगी जउँरिहा सो रेस खेलहूँ।
जीत हौं कोरी- कोरी नरियर,
हो जाही मोर मन ह हरियर।