Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2022 · 1 min read

हरी हरी पत्तियाँ

हरी हरी पत्तियाँ।

प्रकृति हीं जीवन है,
अनुभवों का विचरण है,
पंछी स्वरों का गुंजन है,
प्रभातबेला में निमंत्रण है,
हरा भरा शुभ आँगन है,
हर प्राणी का श्वांस बन्धन है,
इसी से प्रकाश संश्लेषण है ।

बिखरी हरियाली,
प्रातःसूर्य की लाली,
कार्बन चक्र वाली,
औक्सीजन देने वाली,
प्राण वायु वाली ,
हमारी श्वांस प्रणाली है।

इस धरती का स्तित्व है,
प्राणी का जीवन चक्र है,
हर ऋतु का अनुसरण है ,
एक अनुशासित बन्धन है ।

इस बन्धन को बनाये रखना है,
जंगलों को बचाये रखना है,
ग्लेशियर को बचाये रखना है,
समुद्र के उथल पथल से बचना है,
ऋतु परिवर्तन को अनुशासित होना है,
तभी यह पृथ्वी है,
ये सारे प्राणि हैं,
यह जन जीवन है ,
ये हरी पत्तियाँ,
प्राणि दर्शन है।
दीपाली कालरा

Language: Hindi
1 Like · 154 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
एक शाम ठहर कर देखा
एक शाम ठहर कर देखा
Kunal Prashant
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
Abhishek Yadav
दुनिया में कुछ भी बदलने के लिए हमें Magic की जरूरत नहीं है,
दुनिया में कुछ भी बदलने के लिए हमें Magic की जरूरत नहीं है,
Sunil Maheshwari
शमशान घाट
शमशान घाट
Satish Srijan
गीत// कितने महंगे बोल तुम्हारे !
गीत// कितने महंगे बोल तुम्हारे !
Shiva Awasthi
नैतिक मूल्यों को बचाए अब कौन
नैतिक मूल्यों को बचाए अब कौन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*मुझे गाँव की मिट्टी,याद आ रही है*
*मुझे गाँव की मिट्टी,याद आ रही है*
sudhir kumar
ये दुनिया
ये दुनिया
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नई बहू
नई बहू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
People will chase you in 3 conditions
People will chase you in 3 conditions
पूर्वार्थ
संघर्ष की राहों पर जो चलता है,
संघर्ष की राहों पर जो चलता है,
Neelam Sharma
Destiny's epic style.
Destiny's epic style.
Manisha Manjari
सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम्
सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
Ranjeet kumar patre
प्रकाश एवं तिमिर
प्रकाश एवं तिमिर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
चीर हरण ही सोचते,
चीर हरण ही सोचते,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
"लक्षण"
Dr. Kishan tandon kranti
*जख्मी मुस्कुराहटें*
*जख्मी मुस्कुराहटें*
Krishna Manshi
साक्षात्कार- पीयूष गोयल-१७ पुस्तकों को हाथ से लिखने वाले
साक्षात्कार- पीयूष गोयल-१७ पुस्तकों को हाथ से लिखने वाले
Piyush Goel
सत्य की खोज........एक संन्यासी
सत्य की खोज........एक संन्यासी
Neeraj Agarwal
वसंत पंचमी की शुभकामनाएं ।
वसंत पंचमी की शुभकामनाएं ।
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
बसंती बहार
बसंती बहार
इंजी. संजय श्रीवास्तव
सोने के पिंजरे से कहीं लाख़ बेहतर,
सोने के पिंजरे से कहीं लाख़ बेहतर,
Monika Verma
*गाता गाथा राम की, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
*गाता गाथा राम की, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जब से मेरे सपने हुए पराए, दर्द शब्दों में ढलने लगे,
जब से मेरे सपने हुए पराए, दर्द शब्दों में ढलने लगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रिश्ता
रिश्ता
अखिलेश 'अखिल'
"प्रश्नों के बाण"
DrLakshman Jha Parimal
करम के नांगर  ला भूत जोतय ।
करम के नांगर ला भूत जोतय ।
Lakhan Yadav
जिंदगी जी कुछ अपनों में...
जिंदगी जी कुछ अपनों में...
Umender kumar
Loading...