Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Nov 2019 · 1 min read

हरियाणा

हरियाणे की सरजमीं तुझको सलाम है
विश्व पटल परिदृश्य में चमकता नाम है

पंजाब जन्म भूमि जननी से जन्मा था
1 नवंबर 1966 को पूर्ण राज्य बना था
हिंदधरा में हासिल किया एक मुकाम है
विश्व…………………………………….

वीर जवानों रणबांकुरों की धरती महां हैं
शमशीरों की शूरताई से परिचित जहां हैं
शहीदों की शहादत में हरियाणवी नाम है
विश्व…………………………………….

धोती,कुर्ता,मंडासा हरियाणवी पहरावा है
दामण ,कुर्ती,जम्फर स्त्रियों का पहरावा है
हरियाणवी रहना ,खाना, बाना का नाम है
विश्व………………………………………

धमाल,मंजीरा, तीज,स्वांग ,खेड़ा, रतवाई
छठी ,गोगा,फाग,रसिया,,रास,बीन बांसुरी
हरियाणवी नृत्य सारे, रागिनियाँ धमाल हैं
विश्व………………………………………

छैल छबीले बदन गठीले उत्साही नौजवान
देश की रक्षा करने में कर देते जान कुर्बान
भारतीयों सैनाओं में हरियाणे का है नाम
विश्व……………………………………….

महाभारत की धरती जो कुरुक्षेत्र भी है यहाँ
श्री कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था जहाँ
ऐतिहासिक सांस्कृतिक भूमि को है सलाम
विश्व………………………………………..

सुखविंद्र सिंह मनसीरत

Language: Hindi
201 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

दुःख बांटने से दुःख ही मिलता है
दुःख बांटने से दुःख ही मिलता है
Sonam Puneet Dubey
What can you do
What can you do
VINOD CHAUHAN
क्या कहें कितना प्यार करते हैं
क्या कहें कितना प्यार करते हैं
Dr fauzia Naseem shad
मन नही है और वक्त भी नही है
मन नही है और वक्त भी नही है
पूर्वार्थ
किसी पत्थर की मूरत से आप प्यार करें, यह वाजिब है, मगर, किसी
किसी पत्थर की मूरत से आप प्यार करें, यह वाजिब है, मगर, किसी
Dr MusafiR BaithA
मटिये में जिनिगी
मटिये में जिनिगी
आकाश महेशपुरी
इश्क़ हो गया।
इश्क़ हो गया।
Kuldeep mishra (KD)
शादी वो पिंजरा है जहा पंख कतरने की जरूरत नहीं होती
शादी वो पिंजरा है जहा पंख कतरने की जरूरत नहीं होती
Mohan Bamniya
हसीनाओं से कभी भूलकर भी दिल मत लगाना
हसीनाओं से कभी भूलकर भी दिल मत लगाना
gurudeenverma198
*मन की सभी मलिनताओं का, होता हल संवाद है (हिंदी गजल)*
*मन की सभी मलिनताओं का, होता हल संवाद है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Arvind trivedi
नदी का विलाप
नदी का विलाप
Godambari Negi
तन के लोभी सब यहाँ, मन का मिला न मीत ।
तन के लोभी सब यहाँ, मन का मिला न मीत ।
sushil sarna
मैं अलहड सा
मैं अलहड सा
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
औरत बुद्ध नहीं हो सकती
औरत बुद्ध नहीं हो सकती
Surinder blackpen
हाथों में हाथ लेकर मिलिए ज़रा
हाथों में हाथ लेकर मिलिए ज़रा
हिमांशु Kulshrestha
"गुरु दक्षिणा"
Dr. Kishan tandon kranti
* खिल उठती चंपा *
* खिल उठती चंपा *
surenderpal vaidya
#शेर-
#शेर-
*प्रणय*
#बिखरी वचनकिरचें
#बिखरी वचनकिरचें
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
"मैने प्यार किया"
Shakuntla Agarwal
करते हैं कत्ल
करते हैं कत्ल
NAVNEET SINGH
प्रीत पराई ,अपनों से लड़ाई ।
प्रीत पराई ,अपनों से लड़ाई ।
Dr.sima
हर मौसम का अपना अलग तजुर्बा है
हर मौसम का अपना अलग तजुर्बा है
कवि दीपक बवेजा
शून्य सा अवशेष मैं....!
शून्य सा अवशेष मैं....!
पंकज परिंदा
ये खेत
ये खेत
Lekh Raj Chauhan
जब तक इंसान धार्मिक और पुराने रीति रिवाजों को तर्क के नजरिए
जब तक इंसान धार्मिक और पुराने रीति रिवाजों को तर्क के नजरिए
Rj Anand Prajapati
होटल में......
होटल में......
A🇨🇭maanush
The Tapestry of Humanity
The Tapestry of Humanity
Shyam Sundar Subramanian
*बेवफ़ा से इश्क़*
*बेवफ़ा से इश्क़*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Loading...