हरिगीतिका छंद तुलसी जयंती 07 अगस्त
हरिगीतिका छंद
अनुपम प्रकृति सुंदर छटा, मन मोहिनी भारत धरा।
है श्यामला शोभित धरा , पावन जलज अम्बर प्रभा ।
श्रीराम चरितम मानसम, हनुमत कृपा तुलसी कृता।
मन वीथिका रच सांवरा, बड़ भाग हे भारत मना।
हे विप्र वर सुंदर सहज, है लेखनी मन भावनी ।
शुभ सार्थक है काव्य मय प्रस्तुति , सकल सुख पावनी ।
तुलसी रचे शुचि ग्रंथ मानस , पत्रिका ,गीतावली।
हनुमत कृपा वश दरश पायो , मन मुदित रघुपति गली
डा प्रवीण कुमार श्रीवास्तव
21-07-2019