// हम //
जागते रहते है रात भर वो और मै,
ना नींद उन्हें आई, और ना हम सो सके।
परेशा है वो भी और मैं भी,
ना जाने क्या हो गया है यह।।
खोजते रहे सोचते रहे, सारी रात हम…
बंधे है एहसास से कहीं न कहीं,
समय जो अपना हुआ एक दिन,
तो साथ भी होंगे हम।।
जागते रहते है रात भर वो और मै,
ना नींद उन्हें आई, और ना हम सो सके।
परेशा है वो भी और मैं भी,
ना जाने क्या हो गया है यह।।
खोजते रहे सोचते रहे, सारी रात हम…
बंधे है एहसास से कहीं न कहीं,
समय जो अपना हुआ एक दिन,
तो साथ भी होंगे हम।।