Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jul 2016 · 1 min read

हम ही होंगे जिम्मेदार

“गीतिका”

मानवता जिनकी मर जाती , हो जाते हैं वह गद्दार
ये आतंकी रूप बदलकर , करते हैं छुप-छुप कर वार

भारत माँ को “माँ” कहने पर,घटती जिनकी अपनी शान
ऐसे दुष्ट जनों का चुनकर, आओ कर डाले संहार

मकसद इनका फूट डालना, यह करते रहते पाखंड
खेल घिनौने खेलें हरपल, बाँटे घर- घर में हथियार

लहूलुहान धरा को करते , पहन धरम के पावन वस्त्र
आगे मत बढ़ने दो इनको , अगर चाहते हो संसार

शांति नीतियां नहीं चलेंगी, शास्त्र छोड़कर पकड़ो शस्त्र
प्रेम नहीं, पत्थर के बदले, मारो अब गोली की मार

अजगर जैसे विषधारी यह, बात बात पर डसते रोज
बोलें मीठा मुँह पर बदलें गिरगिट जैसे रंग हजार

आतंकी हमलों से अपना , सहम रहा प्यारा कश्मीर
घात लगाने वालों का अब , मत सहना तुम अत्याचार

लाशों का बाजार सजा दें , है हर आतंकी की चाह
अगर न रोका इन सबको तो , हम ही होंगे जिम्मेदार

विश्वपटल भी कहता अब तो ,आतंकी को डालो काट
जिसने माँ से बेटा छीना , छीन लिया है घर परिवार

अल्ला के बन्दे है कहते , नहीं जानते पाक कुरान
मंदिर मस्जिद सब कुछ फूकें , क्यों छोड़े इनको सरकार

पुष्प लता शर्मा

2 Likes · 1 Comment · 640 Views

You may also like these posts

सिंहावलोकन
सिंहावलोकन
आचार्य ओम नीरव
प्रेम
प्रेम
Madhavi Srivastava
प्रणय गीत
प्रणय गीत
Neelam Sharma
इक ऐसे शख़्स को
इक ऐसे शख़्स को
हिमांशु Kulshrestha
माई
माई
अवध किशोर 'अवधू'
कोई दर ना हीं ठिकाना होगा
कोई दर ना हीं ठिकाना होगा
Shweta Soni
यह दिल
यह दिल
Minal Aggarwal
" राजनीति "
Dr. Kishan tandon kranti
घर आना दोस्तो
घर आना दोस्तो
मधुसूदन गौतम
खरी - खरी
खरी - खरी
Mamta Singh Devaa
*मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)*
*मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)*
Rituraj shivem verma
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
— ये नेता हाथ क्यूं जोड़ते हैं ??–
— ये नेता हाथ क्यूं जोड़ते हैं ??–
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
पत्र
पत्र
सिद्धार्थ गोरखपुरी
यार
यार
अखिलेश 'अखिल'
सत्य क्या है?
सत्य क्या है?
Rambali Mishra
चुप रहना भी तो एक हल है।
चुप रहना भी तो एक हल है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
नींद तब आये मेरी आंखों को,
नींद तब आये मेरी आंखों को,
Dr fauzia Naseem shad
तेरी बेवफाई भी कबूल।
तेरी बेवफाई भी कबूल।
Rj Anand Prajapati
तारीफ आपका दिन बना सकती है
तारीफ आपका दिन बना सकती है
शेखर सिंह
कभी वो कसम दिला कर खिलाया करती हैं
कभी वो कसम दिला कर खिलाया करती हैं
Jitendra Chhonkar
वचन सात फेरों का
वचन सात फेरों का
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
एक वो ज़माना था...
एक वो ज़माना था...
Ajit Kumar "Karn"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
#आदरांजलि-
#आदरांजलि-
*प्रणय*
आजादी के दोहे
आजादी के दोहे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
हर कोई स्ट्रेटजी सिख रहा है पर हर कोई एक्जीक्यूशन कैसे करना
हर कोई स्ट्रेटजी सिख रहा है पर हर कोई एक्जीक्यूशन कैसे करना
Ritesh Deo
*आओ लक्ष्मी मातु श्री, दो जग को वरदान (कुंडलिया)*
*आओ लक्ष्मी मातु श्री, दो जग को वरदान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आरंभ
आरंभ
मनोज कर्ण
-बढ़ी देश की शान-
-बढ़ी देश की शान-
ABHA PANDEY
Loading...