— हम हिन्दू हैं ? —
क्या हम कहने को हिन्दू हैं
या हम संस्कारी भी हैं
देखने से तो लगता है ऐसे
जैसे हिन्दू की हिन्दुस्तान में
कोई लाचारी सी है !!
करता है पूजन जोर शोर से
विसर्जन भी करता है जोश से
माता की और देवताओं की
मूर्ती का देखो कैसे कैसे
विसर्जन में करता है अनादर !!
जो होता था कभी महाराष्ट्र में
आज होने लगा घर घर में
नक़ल के लिए भी जरा अकल लगाओ
क्यूं मदहोश हुए जा रहे हो
इस जवानी के तुम जोश में !!
गंगा को अपवित्र तो बना दिया
सब ने मिलकर मूर्तिओं को बहा दिया
घर घर से विदा मूर्तिओं को कर दिया
सच में गंगा पर भार बढ़ा दिया
सब कर रहे हैं नक़ल के जोश में !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ