हम हिंदुस्तानी।
देश प्रेम ही परम धर्म हैं,
एकता हमारी बात पुरानी।
मिटे सदा ही देश की खातिर,
कहती आई हमसे नानी।
न्याय, सत्य,गौरव की वाणी,
जन जन ने है पहचानी।
गर्व है हमको स्वयं पर
कि हम हैं एक हिन्दुस्तानी।
रामनारायण कौरव
देश प्रेम ही परम धर्म हैं,
एकता हमारी बात पुरानी।
मिटे सदा ही देश की खातिर,
कहती आई हमसे नानी।
न्याय, सत्य,गौरव की वाणी,
जन जन ने है पहचानी।
गर्व है हमको स्वयं पर
कि हम हैं एक हिन्दुस्तानी।
रामनारायण कौरव