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2 May 2024 · 1 min read

हम रोते नहीं

हम रोते नहीं, न रोयेंगे
हम हॅंस-हॅंस हर दुख धोयेंगे
हम कभी न होंगे शोकमग्न
हम साथ सुखों के सोयेंगे

हम सुख-दुख में रहते हैं सम
मरने से कभी न डरते हम
चलते ले ज्योति-पताका तब
छितरा जाता है सारा तम

हम भारतमाता के सपूत
हम कहलाते हैं शान्तिदूत
हम में कमजोरी नहीं, किन्तु
करुणा-कोमलता है अकूत

हम हैं सत्पथ के अनुयायी
यम के घर करते पहुनाई
सचराचर ब्रह्म मान हमने
पीड़ा न किसी को पहुॅंचाई

महेश चन्द्र त्रिपाठी

Language: Hindi
1 Like · 27 Views
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