हम भारतीयों की बात ही निराली है ….
होंठों पर हसीं मगर ,
दिल में है गम भी ।
आंखों में आंसू तो है ,
मगर है शिकवा भी ।
टूटे हुए है हताश है ,
मगर छोड़ा नहीं हौंसला भी ।
रोज समस्याओं से जूझते है ,
मगर खड़े है डटकर भी ।
लूटे जाते है ,छले जाते है ,
मगर है किंचित विश्वास भी ।
डरे,सहमें से भी कभी रहते हैं ,
मगर छोड़ते नहीं जीवन आस भी ।
हम परस्पर लड़ते है ,झगड़ते भी है ,
मगर हम में परस्पर एकता भी ।
हां! हम है भारत के आम नागरिक,
करते हैं अपने देश से प्यार हर हाल में भी।