Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Aug 2024 · 1 min read

हम तो हैं इंसान के साथ

न हिंदू न मुसलमान के साथ
हम तो हैं इंसान के साथ…
(१)
चाहे इसे एक कुफ्र कहो
चाहे कहो इसे कोई पाप
न अल्लाह न भगवान के साथ
हम तो हैं इंसान के साथ…
(२)
हमें अपनी बात कहने की
आज़ादी हो हर हाल में
न वेद न कुरआन के साथ
हम तो हैं इंसान के साथ…
(३)
लाइब्रेरी-हॉस्पिटल हमें दे दो
मंदिर-मस्जिद तुम रख लो
न मरघट न कब्रिस्तान के साथ
हम तो हैं इंसान के साथ…
(४)
हम दुनिया को बांटने वाली
सारी दीवारें गिरा देंगे
न भारत न पाकिस्तान के साथ
हम तो हैं इंसान के साथ…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#क्रांतिकारी #इंसाफ #विद्रोही
#इंसानियत #BhagatSingh
#भगतसिंह #इंकलाब #बगावत

Language: Hindi
Tag: गीत
36 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आ अब लौट चले
आ अब लौट चले
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"मुश्किलों से मुकाबला कर रहा हूँ ll
पूर्वार्थ
शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते
शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते
Harminder Kaur
अंधा वो नहीं...
अंधा वो नहीं...
ओंकार मिश्र
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कुछ लोग जाहिर नहीं करते
कुछ लोग जाहिर नहीं करते
शेखर सिंह
तस्वीर तुम्हारी देखी तो
तस्वीर तुम्हारी देखी तो
VINOD CHAUHAN
चुप
चुप
Dr.Priya Soni Khare
संगीत
संगीत
Vedha Singh
* धरा पर खिलखिलाती *
* धरा पर खिलखिलाती *
surenderpal vaidya
प्रेम
प्रेम
Neeraj Agarwal
लाखों दीयों की रौशनी फैली है।
लाखों दीयों की रौशनी फैली है।
Manisha Manjari
कहाँ मिलेगी जिंदगी  ,
कहाँ मिलेगी जिंदगी ,
sushil sarna
हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
Shweta Soni
बनि गेलहूँ मित्र त तकैत रहू ,
बनि गेलहूँ मित्र त तकैत रहू ,
DrLakshman Jha Parimal
मनुष्य एक बहुफलीय वृक्ष है, जैसे आप आम, अमरूद पहचानते और बुल
मनुष्य एक बहुफलीय वृक्ष है, जैसे आप आम, अमरूद पहचानते और बुल
Sanjay ' शून्य'
*नारी के सोलह श्रृंगार*
*नारी के सोलह श्रृंगार*
Dr. Vaishali Verma
चन्द्रयान तीन क्षितिज के पार🙏
चन्द्रयान तीन क्षितिज के पार🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ऐ जिंदगी
ऐ जिंदगी
अनिल "आदर्श"
ममतामयी मां
ममतामयी मां
Santosh kumar Miri
हौसला कभी टूटने नहीं देना , फ़तह  हौसलों से होती है , तलवारो
हौसला कभी टूटने नहीं देना , फ़तह हौसलों से होती है , तलवारो
Neelofar Khan
4490.*पूर्णिका*
4490.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
राखी की सौगंध
राखी की सौगंध
Dr. Pradeep Kumar Sharma
🙅कड़वा सच🙅
🙅कड़वा सच🙅
*प्रणय*
"दस्तूर"
Dr. Kishan tandon kranti
*
*"हरियाली तीज"*
Shashi kala vyas
*पाते हैं सौभाग्य से, पक्षी अपना नीड़ ( कुंडलिया )*
*पाते हैं सौभाग्य से, पक्षी अपना नीड़ ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
अब हम उनके करीब से निकल जाते हैं
अब हम उनके करीब से निकल जाते हैं
शिव प्रताप लोधी
'चाह' लेना ही काफ़ी नहीं है चाहत पूरी करने को,
'चाह' लेना ही काफ़ी नहीं है चाहत पूरी करने को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
लक्की सिंह चौहान
Loading...