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15 Feb 2024 · 1 min read

प्रेम

मैं प्रेम को
पन्नों पर ज़ाया
नहीं करना चाहता।

अपने अहसास
अपनी भावनाओं
व अंतर्मन की बातों को
पन्नों पर नहीं
बल्कि तुम्हारे हृदय पर
‘अंकित’ करना चाहता हूँ।

Language: Hindi
2 Likes · 48 Views
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