हम छि मिथिला के बासी,
हम छि मिथिला के बासी,
जनकपुर छै वह पावनधाम…!
जीवन निर्वाह मे घूमैछी देश विदेश,
मन रहैय वही ठाम…!!
जय मिथिला जय मातृ भुमि
हम छि मिथिला के बासी,
जनकपुर छै वह पावनधाम…!
जीवन निर्वाह मे घूमैछी देश विदेश,
मन रहैय वही ठाम…!!
जय मिथिला जय मातृ भुमि