हमेशा के लिए कुछ भी नहीं है
जो सपने सालों से सजाये हैं,
जो लोग बरसों से हैं,
जो पैसे वर्षों से कमाएं हैं,
सब एक दिन मिट्टी में मिल जायेंगे,
आंधी, तूफान भी आएंगे,
सब रख-रख हो जायेंगे।
जो यादों की किताब है,
जो सालों की फरियाद है,
सब एक दिन पन्नो में बदल जायेंगे,
फिर आंधी, तूफ़ान आयेंगे,
और हम हवाओं में उड़ जायेंगे,
सारे रिश्ते या सारा प्यार,
यादें ही बन जाएंगी,
फ़िर अंधी आयेगी,
और हम आसमां में नजर आएंगे।
किसने देखा है अपना कल,
लोग यहां जन्मों-जन्मों की बातें करते हैं,
और भगवान से सिकायतें करते हैं,
सिर्फ भगवान ही साथ होंगे,
जब भी हमारे हालात ख़राब होंगे।