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10 Oct 2024 · 1 min read

“हमारे बच्चों के भविष्य खतरे में हैं ll

“हमारे बच्चों के भविष्य खतरे में हैं ll
हम गुनहगार है, हम कटघरे में हैं ll

तकदीरें एकदम कली हो गई हैं,
बेशक तस्वीरों में रंग सुनहरे से हैं ll

आज शहरों में कचरे नहीं है,
पूरे के पूरे शहर कचरे में हैं ll

हमारे किये की सजा बेचारे वो भुगतेंगे,
इस सर्कस में बच्चे बलि के बकरे से हैं ll

सिर्फ मशवरा मानकर न पढिए इसे,
गंभीर चेतावनियाँ मेरे मशवरे में हैं ll”

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