हमारे गुरु
शीर्षक:हमारे गुरु
दीपक सा जलता है जो वह गुरु
फैलाने ज्ञान का प्रकाश वह गुरु है
न भूख उसे किसी दौलत की वह गुरु है
न कोई लालच न आस वह गुरु है
हमारी उपलब्धियां उंचाईयां गौरवान्वित करे वह गुरु है
जहां हम जब खड़े होकर उनकी तरफ देखें वह गुरु है
गौरव से उठ जाए सर उनका हो जाए वह गुरु है
सीना चौड़ा हर वक्त साथ चलता है वह गुरु हैं
करता हममें गुणों की तलाश वह गुरु है
तराशता है शिद्दत से और बना देता है इंसान वह गुरु है
सबसे खास उसे नहीं चाहिए बस वह गुरु है
कोई वाहवाही बस रोकता है वह गुरु है
गुणों की तबाही और सहेजता है वह गुरु है
हममें एक नेक और काबिल इंसान देखे वह गुरु है
डॉ मंजू सैनी
गाजियाबाद